सबसे कठिन
सबसे कठिन था खुद से ही संवाद करना,
मैं अपने कमरे में अपनी तस्वीर में खुद को खोजता हूँ,
मैंने खुद को देखा हैं हमेशा कनखियों से,
सीधे देखने में हमेशा एक संकोच बना रहा,
मैं बहुत जल्दी हांफ गया
जब भी अपने अन्दर गहरे उतरने का प्रयास किया,
मैं खुद से ही सबसे ज्यादा अनभिज्ञ था,
खुद को न जान पाने के कारण ही जैसे सब कुछ खोया हैं मैंने !
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