anant-kshitiz
Monday, September 21, 2009
चुरा लिए हैं मैंने कुछ पल
चुरा लिए हैं मैंने
कुछ पल ,
जीवन की शाख से अपने लिए,
रख दिया हैं सहेज के उन्हें.
भागते समय की बदहवासी में,
जब एक भी पल अपना पा न सकू,
तो जियु,
इन चुराएं पालो में एक पूरा जीवन.
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